skip to content

Satyanashi Ke Fayde: किसी वरदान से कम नहीं है यह कटीला पौधा… पीलिया, अस्थमा और मलेरिया हो जाएंगे छूमंतर

By Ankit

Published on:

Satyanashi Ke Fayde: किसी वरदान से कम नहीं है यह कटीला पौधा... पीलिया, अस्थमा और मलेरिया हो जाएंगे छूमंतर

ताप्ती दर्शन के Whatsapp चैनल से जुड़ें

Join WhatsApp group

Satyanashi Ke Fayde: हमारे आसपास ऐसी विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधीय है। जो हमारे शरीर के लिए बेहद ही कारगर होती हैं। यह औषधि एक तरीके से हमारे शरीर के लिए वरदान का काम करती है। इन्हीं में से एक औषधि है सत्यानाशी। सत्यानाशी हमारे शरीर के विभिन्न रोगों को ठीक करने में अहम भूमिका निभाती है। यह औषधि कांटेदार औषधि होती है। जिसे लोग छूने से कतराते हैं। लेकिन यह औषधि जितनी ही कटीली होती है। उतनी ही हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है।

सत्यानाशी पौधे में पाए जाने वाले गुण?

नाम से अजीब लग रहा ये जंगली सत्यानाशी पौधा हेल्थ के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। इसमें एंटीमाइक्रोबियल, एंटीडायबिटी, एनाल्जेसिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीस्पास्मोडिक, एंटीऑक्सिडेंट जैसे कई गुणकारी तत्व पाए जाते हैं।

Satyanashi Ke Fayde: किसी वरदान से कम नहीं है यह कटीला पौधा… पीलिया, अस्थमा और मलेरिया हो जाएंगे छूमंतर

Satyanashi Ke Fayde: किसी वरदान से कम नहीं है यह कटीला पौधा... पीलिया, अस्थमा और मलेरिया हो जाएंगे छूमंतर
Credit – Social Media

सत्यानाशी पौधे के फायदे (Satyanashi Ke Fayde)

खांसी में फायदेमंद

सत्यानाशी को पंचांग कहा जाता है। इसकी जड़ भी आयुर्वदिक दृष्टि से बहुत उपयोगी है। जिन लोगों को खांसी या सांस संबंधी परेशानियां होती हैं, वे लोग सत्यानाशी (Yellow Thistle) का प्रयोग कर सकते हैं। खांसी से छुटकारा पाने के लिए सत्यानाशी की जड़ को पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं। इस काढ़े को सुबह-शाम पीने से खांसी चली जाती है। इस काढ़े को हमने घर पर भी प्रयोग किया है।

कब्ज से दिलाएं निजात

गैस कब्ज समस्या में सत्यनाशी जड़ और अजवाइन उबालकर काढ़ा तैयार कर लें। रोज सुबह शाम सत्यनाशी काढ़ा पीने से गैस कब्ज की समस्या मात्र 10-15 दिनों में ठीक करने में सहायक है।

आंखों के रोग में सत्यानाशी से फायदा

1 ग्राम सत्यानाशी दूध को 50 मिली गुलाब जल में मिला लें। इसे रोजाना दो बार दो-दो बूंद आंखों में डालें। इससे आंखों की सूजन, आंखों के लाल होने आदि नेत्र विकारों में फायदा होता है।

2-2 बूंद सत्यानाशी के पत्ते के रस को आंखों में डालने से सभी प्रकार के नेत्र रोग में लाभ होता है।

त्वचा को निखारे

त्वचा पर एक्ने, झाईयां, आंखों के नीचे डार्क सर्कल, पिंपल जैसी तमात परेशानियों को सत्यानाशी ठीक करता है। सत्यानाशी में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जिससे त्वचा पर जो भी बैक्टीरिया से संबंधित परेशानियां होती हैं, उनसे छुटकारा मिलता है।

यूरिन प्रॉबल्म

किसी व्यक्ति को अगर पेशाब यानी यूरिन से रिलेटेड परेशानियां जैसे की जलन आदि हो ऐसे व्यक्ति को सत्यानाशी के पौधे का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए। जल्द ही यूरिन से संबंधित परेशानियां दूर होंगी।

सत्यानाशी के पौधे को घर पर कैसे लगाएं

सत्यानाशी का पौधा घर में लगाने से सुंदर कैक्टस के प्लांट का लुक देगा और फूल खिलने पर खूबसूरती बिखेरेगा। सत्यानाशी के पौधे के बीज और छोटे पौधे को लगा सकते हैं। इसके लिए सत्यानाशी के पके हुए बीज लें और मिट्टी में लगाएं। सत्यानाशी के पौधे को लगाने के बाद खास देखभाल की जरूरत नहीं होती है।

मिट्टी में आप चाहें तो लगाते वक्त ऑर्गेनिक खाद मिला लें फिर उसे गमले में डालें। आपके पास बीज हो तो बीज से पौधा उगाए नहीं तो उसके छोटे पौधे से भी सत्यानाशी का पौधा घर में लगा सकते हैं। पौधे लगाने के बाद दिन में 2-3 बार पानी डालते रहें और इसे धूप छांव कहीं पर भी रख सकते हैं।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें। जोक्‍स/चुटकुले (Jokes) की खबरों के लिए जुड़े रहे taptidarshan.com से।

Leave a Comment