झारखंड में सियासी हलचल के बीच के बीच अटकले हैं कि हेमंत सोरेन गिरफ्तार हो सकते हैं. उनसे जमीन घोटाले को लेकर ईडी पूछताछ कर रही है. आज भी ईडी उनके मुख्यमंत्री आवास पहुच कर पूछताछ कर रही है. जानकारी के मुताबिक अगर गिरफ्तारी की नौबत आती है तो हेमंत कल्पना सोरेन या फिर चंपई सोरेन का नाम आगे मुख्यमंत्री के तौर पर बढ़ा सकते हैं. कल्पना सोरेन मुख्यमंत्री हेमंत की पत्नी हैं. कल्पना का नाम आगे करने में हालांकि एक पेंच है. वे अभी विधायक नहीं हैं और ऐसे में उन्हें 6 महीने के भीतर विधायक चुनकर आना होगा. अब यहीं सारा मामला उलझ सकता है.
दरअसल झारखंड में विधानसभा चुनाव होने में महज 11 महीने बचे हुए हैं, चुनाव आयोग के नियम के अनुसार राज्य विधानसभा चुनाव होने में एक साल से कम समय होने पर उपचुनाव नहीं कराए जाते. अगर कल्पना सोरेन का नाम राजभवन जाएगा तब राज्यपाल इस पर चुनाव आयोग से सलाह मांग सकते हैं. ऐसे में कल्पना सोरेन का मामला कानूनी पेंचीदगीयो में फंस सकता है. झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी तक ही है. कल्पना के अलावा अन्य नामों पर विचार होने के पीछे ये वजह हो सकती है. मीडिया रपटों में कह जा रहा है कि आज भी विधायकों के साथ बैठक कर हेमंत सोरेन आगे के सियासी विकल्पों पर बातचीत कर चुके हैं.
10 समन, दो बार पेशी
हेमंत सोरेन को लेकर पिछले चार दिनों से झारखंड की राजनीति में कयास का आलम है. अब तक 10 बार उनको ईडी समन जारी कर चुकी है मगर हर बार कुछ न कुछ वजह देकर वह ई़डी के सामने पेशी से बचते रहें. हां, एक बार इस बीच में जरूर वह ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए हाजिर रहे. सोमवार को ईडी ने उनके साउथ दिल्ली के शांति निकेतन स्थित आवास से 36 लाख रूपये और एक बीएमडब्ल्यू की जब्ती हुई है. आज ईडी की पूछताछ पूरी होने के बाद क्या सियासी समीकरण प्रदेश में बनता है, इस पर लोगों की निगाहें होंगी.