Betul News: बैतूल के मुल्ताई में रहने वाली एक विधवा अपने स्वर्गीय लाइनमैन पति की कर्तव्य के दौरान हुई मौत के बाद पिछले दस साल से अनुकंपा नियुक्ति पाने के लिए भटक रही है। लेकिन विभाग ने उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया है। विभाग नियुक्ति के नाम पर उसके खाते में रकम डाल कर हाथ खड़े कर रहा है।
Betul News: स्वर्गीय लाइनमैन की पत्नी 10 साल से भटक रही अनुकंपा नियुक्ति पाने के लिए, डयूटी के दौरान गई थी जान
खंभे से गिरकर हुई थी मौत
महिला अनीता ने बताया कि मेरे पति लीलाधर गांव धाबला में 8 जून 2014 बिजली के पोल पर चढ़कर बिजली सुधार रहे थे। उन्हें सुपर वाइजर ने ऊपर चढ़ाया था। उस दौरान लाइन हेल्पर और गांव वाले भी वहां मौजूद थे। तभी वे नीचे गिर पड़े। गंभीर चोट लगने के कारण उन्हें नागपुर ले जाए गया। मैं भी वहां पहुंची लेकिन उन्हें देखते ही बेहोश हो गई। मृत्यु के बाद मेरे पति को वापस मुल्ताई लाया गया। मेरे पति की दुर्घटना में हुई मृत्यु के बावजूद उनका पीएम नहीं करवाया गया। अब मैं उनकी जगह अनुकम्पा नियुक्ति पाने 10 साल से भटक रही हूं।
विभाग ने पहले नियुक्ति के लिए मेरा फॉर्म भरवाया। छ महीने पेंडिंग रहने दिया। फिर मेरे बेटे का फॉर्म भर दिया। अब कह रहे हैं कि आप लोग नियम में नहीं आते हो। मेरे बैंक खाते में एक बार एक लाख, दूसरी बार एक लाख की रकम विभाग ने भेज दी। लेकिन यह रकम मैं वापस कर चुकी हूं। साथ ही मैं अब उनकी जगह अनुकम्पा नियुक्ति पानी भटक रही हूं।
महिला का कहना है कि वह गांव के सौ लोग साक्ष्य के तौर पर खड़े कर सकती है। घटना के दिन लाइन बंद करने का डी ओ भी लिया गया था। घटना होने पर खुद एमडी मौके पर पहुंचे थे। पूरा गांव इस हादसे का गवाह है। विभाग सुपरवाइजर को बचाने इतना बड़ा झूठ बोल रहा है।