Betul News: बैतूल जिले में विकास की पोल खोलती एक और तस्वीर नजर आई है। कुछ दिनों पहले जहां एक गर्भवती महिला को प्रसव के बाद चार लोग खटिया पर डालकर एंबुलेंस तक लाए थे। वहीं एक बार फिर से गांव में एंबुलेंस नहीं पहुंच पाने के कारण खुली बैलगाड़ी में दर्द से कराहती गर्भवती को डेढ़ किलोमीटर लेकर चले। प्रसूता ने एंबुलेंस में बच्ची को जन्म दिया है। ये मामला घोड़ाडोंगरी विधानसभा क्षेत्र का बताया जा रहा है। जच्चा-बच्चा अस्पताल में भर्ती हैं।
एंबुलेंस में महिला की डिलीवरी (Betul News)
घोड़ा डोंगरी विधानसभा के धसई गांव में संतलाल उइके की पत्नी ललिता को गुरुवार सुबह प्रस्ताव पीड़ा हुई। इसके बाद 108 एंबुलेंस को फोन किया गया 108 एंबुलेंस तो निकली लेकिन वह गांव तक पहुंची ही नहीं। क्योंकि रास्ता खराब था और एंबुलेंस करीब डेढ़ किलोमीटर दूर खड़ी हो गई। ऐसे में ग्रामीणों ने बैलगाड़ी की मदद से प्रसूता को एंबुलेंस तक पहुंचाया। इसके बाद प्रसूता को एंबुलेंस में अस्पताल की ओर ले जाया गया इस दौरान प्रसूता ने एंबुलेंस में ही एक बच्ची को जन्म दिया।
108 ईएमटी आशीष नर्रे द्वारा महिला की डिलीवरी कराई गई। जिसके बाद महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहपुर में लाकर भर्ती किया गया। जहां जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ है। दोनों को भर्ती कर स्वास्थ्य जांच की जा रही है। बीएओ डॉ. शिव कुमार रघुवंशी ने बताया कि, ”महिला की 108 एंबुलेंस में डिलीवरी होने के बाद उसे शाहपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया. महिला और बच्चे दोनों स्वस्थ हैं, उनका इलाज चल रहा है।”