Planted In Tapti Upvan: (बैतूल)। नगर के सदर स्थित ऐतिहासिक काशी तालाब परिसर में जनभागीदारी से 51 पौधे रोपकर ताप्ती उपवन की स्थापना की गई। मांझी समाज द्वारा स्थापित दुर्गा मंदिर समिति व सतपुड़ा समग्र संस्था के कार्यकर्ताओं तथा सदर क्षेत्रवासियों ने सामुहिक श्रमदान कर तालाब किनारे व मन्दिर परसिर में फलदार, छायादार व फुलवारी के पौधे रोपे।
पौधारोपण के पूर्व मन्दिर समिति के कार्यकर्ताओं ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में जल प्रहरी मोहन नागर ने कहा काशी तालाब बैतूल के तीन प्रमुख तालाबों में हैं। यह हमारे पूर्वजों की धरोहर है। तालाबों के किनारे वृक्ष होने से वे न केवल तालाबों की सुन्दरता बढ़ाते हैं, अपितु ग्रीष्म काल में जलवाष्पन को रोकते हैं। हमारे यहां प्राचीन काल से तालाबों के किनारे क्षीरी वृक्ष लगाने की परम्परा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण में हर वृक्ष एक पारिस्थितिक तन्त्र के रूप में कार्य करता है।
पूर्व सांसद हेमन्त खण्डेलवाल ने कहा कि सदर निवासियों की देखरेख के कारण काशी तालाब पूर्व से अधिक सुन्दर दिख रहा है। उन्होंने कहा कि तालाब के सौंदर्यीकरण व मन्दिर निर्माण हेतु व्यक्तिगत रूप से सहयोग करेंगे। नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष आनन्द प्रजापति ने सतपुड़ा समग्र समिति द्वारा की जा रही ताप्ती उपवन योजना की रूपरेखा को बताया। मूलचंद यादव, अतीत पवार ने अपने सम्बोधन में पौधों की देखभाल कर उन्हें वृक्ष बनाने की बात कही।
पौधारोपण के इस आयोजन में जनप्रतिनिधियों संजू सोलंकी, बलवंत घोटे पत्रकार, विवेकानंद महाविद्यालय के निर्गुण देशमुख, रघुनाथ लोखंडे, पार्षद कायम कावरे, पूर्व पार्षद पवन यादव, सतीश महाते, सदर अखाड़ा के मूलचंद यादव, रेलवे सलाहकार समिति सदस्य दीपू सलूजा, पूरण साहू, पवार समाज अध्यक्ष अनिल पवार, भवानी गावंडे, ऊदल अमझरे, परसराम भगवान सिंह भारद्वाज, राजेंद्र निरापुरे, बाबा खड़िया, विनय डोंगरे, मुन्ना मानकर, अंशुल राजपूत, पूजा अमझरे, कृष्णा, कुणाल शर्मा, कैलाश यादव सहित सैकड़ों पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे।