Betul Bairsh News: बैतूल। चिचोली ब्लॉक के गवाझडप गांव के 7 छात्र- छात्राएं चूनाहजूरी में पेपर देने के बाद शाम तक घर नहीं पहुंच पाए। छात्र- छात्राओं के घर नहीं पहुंचने के बाद परिजनों का बुरा हाल हो गया है। आशंकाओं के बीच सभी छात्राओं के परिजनों ने रिश्तेदारों एवं पुलिस को सूचना दी हैं। रात 9 बजे तक किसी का भी पता नहीं चल पाया है। वही कलेक्टर ने 24 घंटे के लिए मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी के अनुसार स्कूलों के लिए अवकाश घोषित किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक गवाझड़प में हायर सेकेंडरी स्कूल नहीं है, इसलिए यहां के छात्र-छात्रा करीब 7 किलोमीटर दूर स्थित चूनाहजूरी में पैदल चलकर या साइकिल से स्कूल पहुंचते हैं। शुक्रवार को तेज बारिश के बावजूद त्रैमासिक परीक्षा देने सतपाल मंगूलाल उइके, मधु, जिराती इवने, छाया गोपाल यादव, सुषमा सुनील यादव, दीपिका बकस इवने, दीपिका मनोहरी मर्सकोले, शिवकुमार धरमसिंग उइके पैदल पेपर देने चुनाहजूरी आए थे।
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अपरान्ह 4.30 बजे प्रश्न पत्र छूटने के पहले बारिश के कारण स्कूल के प्रचार्य और शिक्षकों ने सभी बच्चों को हिदायत दी थी कि बारिश में नदी नाले (Betul Bairsh News) पर के अपने घर न पहुंचे। सभी अपने परिजनों को सूचना देकर करीब के रिश्तेदारों के रुक जाए। इसके बाद शाम 7 बजे तक छात्र-छात्राएं घर नहीं पहुंचे तो परिजनों की चिंता बढ़ा गई। उन्होंने रिश्तेदारों के बच्चों को तलाशा, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया, इससे न सिर्फ परिजनों, बल्कि स्टाफ की भी चिंता बढ़ गई है। स्कूल के शिक्षक गेंदलाल उइके ने बताया कि उन्हें इस संबंध में सूचना मिली है। छात्र- छात्राओं को तलाश किया जा रहा है।
इधर कलेक्टर अमनवीर सिंह बैंस ने बताया कि विद्यार्थियों के लापता होने की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन की टीम को परिजनों से संपर्क कर रिश्तेदारों के यहां तलाश करने के प्रयास किया जा रहे हैं। बारिश के कारण नेटवर्क की भी समस्या आ रही है। उम्मीद है कि सभी बच्चे सकुशल मिल जाएंगे। उन्होंने बताया कि बच्चों को तलाशने का काम जारी हैं।