Betul Samachar: (बैतूल)। जहां पूरा विश्व 2023 में रूका हुआ है वहीं हम 2080 में प्रवेश करेंगे। यही सनातन धर्म की खूबी है। यही कारण है कि सनातन धर्म सर्वोपरी है। राष्ट्रीय हिन्दू सेना ने हिन्दू नव वर्ष का आगाज धूमधाम से किया। जिसमें संगठन के पदाकारियों और कार्यकर्ताओं ने राहगीरों को तिलक लगाकर नववर्ष की शुभकामनाएं दी। इस संबंध में जिला युवा संयोजक निखिल धाड़सेे और प्रखंड अध्यक्ष अरुण देशमुख ने बताया की नव वर्ष एक उत्सव की तरह पूरे विश्व में अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग तिथियों तथा विधियों से मनाया जाता है। अखंड भारत में यह बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
दुनिया के आधे से ज्यादा इसे मनाते हैं। विक्रमादित्य के राजतिलक पर यह नववर्ष मनाया जाता है। नगर उपाध्यक्ष मनीष जैन ने बताया की शास्त्रों में कुल 60 संवत्सर बताए गए हैं। ज्योतिष गणना के अनुसार, हिन्दू नव वर्ष का पहला दिन जिस भी दिवस पर पड़ता है पूरा साल उस ग्रह का स्वामित्व माना जाता है।हिन्दू नव वर्ष पूजा-पाठ के लिहाज से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। हिन्दू नव वर्ष की जब शुरुआत होती है तब चैत्र का महीने होता है और बसंत ऋतु का आगमन होता है। चैत्र माह और हिन्दू नव वर्ष का पहला त्यौहार नवरात्रि पड़ता है जिसमें 9 दिनों तक मां दुर्गा की पूर्ण श्रद्धा से पूजा की जाती है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रदेश अध्यक्ष दीपक मालवीय,प्रदेश संयोजक पवन मालवीय,मध्य भारत प्रांत सह संगठन मंत्री बन्टी सरियाम, जिला युवा अध्यक्ष अनुज राठौर,जिला युवा उपाध्यक्ष अजय खवादे,तहसील संयोजक विक्रांत कनाठे, नगर अध्यक्ष शनि साहु, नगर सह मंत्री पवन नानकर, प्रखंड संयोजक रवि रावत,प्रखंड अध्यक्ष सोफ्निल पवाँर, प्रखंड अध्यक्ष गोरिशकर गजामे,प्रखंड मंत्री सचिन विश्वकृमा,प्रखंड समन्वय प्रमुख नवनित जावलकर,प्रखंड सचिव रवि पाकरे, नगर महामंत्री सपू खड़से, नगर सह सचिव रोशन नानकर,नगर सत्संग प्रमुख नगर संगठन मंत्री लक्की डागे,अबुरे,पवन पारधे,पवन खवादे मनीष बामने, विकास उइके आदि मौजूद थे।