Betul Hindi Samachar:(बैतूल)। जेएच कॉलेज में बाल मजदूरी से मुक्त कर शिक्षा से जोडऩे की आवश्यकता विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला राष्ट्रीय सेवा योजना और आवाज जनकल्याण समिति के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुई। कार्यशाला प्राचार्य डॉ.राकेश कुमार तिवारी के संरक्षण में जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष घनश्याम मदान, प्रो.जगदीश उइके, डॉ.सरोज पाटील, प्रो.शंकर सातनकर, आवाज के जिला समन्वयक भूपेन्द्र लोखंडे के आतिथ्य में और एनएसएस के जिला संगठक डॉ.सुखदेव डोंगरे की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
बाल संरक्षण विषय पर बोलते हुए घनश्याम मदान ने कहा कि गरीबी के कारण कुछ बच्चे मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का पेट पालने पर मजबूर हैं। डॉ.सुखदेव डोंगरे ने कहा कि बाल तस्करी को कठोर कार्यवाही कर रोकने की आवश्कता है। डॉ.राकेश तिवारी ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान बाल शोषण के मामले बड़े हैं। भूपेन्द्र लोखंडे ने पीपीटी के माध्यम से पावर पाईट प्रजेन्टेशन देते हुए बाल संरक्षण के आंकड़ो को विस्तार से समझाया। डॉ.वीरेन्द्र चौहान ने कहा कि आज भी बाल यौन शोषण के मामले सामने आ रहें हैं। जो की चिंतननीय विषय है। प्रो.जगदीश उइके ने कहा कि केन्द्रीय बाल संरक्षण आयोग एवं राज्य बाल संरक्षण आयोग लगातार नीतियां बनाकर बाल संरक्षण का प्रयास कर रहा है। मंच का संचालन प्रो.संतोष पंवार ने व आभार डॉ.मनोज घोरसे ने व्यक्त किया।
इन्होने बनाया कार्यक्रम को सफल
कार्यक्रम में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी एवं स्वयंसेवकों द्वारा सहभागिता की गई। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो.अरविंद पाटनकर, डॉ.ज्योति वर्मा, प्रो.गीता माली, डॉ.ममता राजपूत, डॉ.अनामिका वर्मा, डॉ.मेघा मालवीय, प्रबल तोमर, विनोद शुक्ला, डॉ.मनोहर गावंडे, प्रो.संजय विश्वकर्मा, प्रो.मनोज घोरसे, प्रो.संतोष पंवार, डॉ.रीनू चौहान, अभिषेक हुरमाड़े, अमित मालवीय, कोमल देशमुख, प्रियंक चौहान, रिया धुर्वे, पायल सोलंकी, अथर्व देशमुख, पूजा भलावी, रवि सराटकर सहित अन्य स्वयंसेवकों का सराहनीय योगदान रहा।