Betul News In Hindi:(बैतूल)। बहुजन क्रांति मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक , भारत मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय वामन मेश्राम के आव्हान पर देश के 567 जिलों में सौंपा ज्ञापन। राजस्थान के भरतपुर जिले के जुनैद एवं नासिर की जघन्य हत्या में शामिल आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर बुधवार को राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा के जिला अध्यक्ष अमीन खान, भारत मुक्ति मोर्चा जिला अध्यक्ष रामलाल इवने, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला संयोजक विनोद पवार, बहुजन मुक्ति पार्टी जिला संयोजक सुखराम निरापुरे, राष्ट्रीय किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष अंतूसिंह मर्सकोले, राष्ट्रीय अत्याचार निवारण शक्ति जिला संयोजक अमृतलाल चौकीकर ने अलग अलग ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर भारत मुक्ति मोर्चा प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष भीमराव भूमरकर, बहुजन मुक्ति पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष बी एल मासोदकर सहित अनेक पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर घटना के विरोध में प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि 15 फरवरी 2023 को जुनैद और नासिर जो राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के रहने वाले थे। ये दोनों हरियाणा में अपने ससुराल शादी में निजी वाहन बोलेरो से गए हुए थे, वापस लौटते समय हरियाणा के गोपालगढ़ थाना के अंतर्गत गांव पीरुका में बजरंग दल के गुंडों और क्राईम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी सीआईए हरियाणा पुलिस ने उनकी गाड़ी को टक्कर मारकर रोक लिया और जुनैद व नासिर की बड़ी बेरहमी के साथ पिटाई की जब तक कि वे मरणासन्न नहीं हो गए।
उसके बाद फिरोजपुर झिरका पुलिस स्टेशन ले गए। वहां एसएचओ ने लेने से इनकार किया, जबकि एसएचओ को बजरंग दल के गुंडों को तत्काल गिरफ्तार करके जुनैद और नासिर को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भर्ती कराना चाहिए था लेकिन हरियाणा पुलिस गौ रक्षकों की रक्षा करते हुए नजर आई। इसके विपरीत, मरणासन्न जुनैद व नासिर को बजरंग दल के गुंडों और सीआईए के ही सुपुर्द कर दिया। जुनैद की वहीं मौत हो चुकी थी और ऐसी स्थिति में लाशों को ठिकाने लगाकर हत्या के साक्ष्य मिटाने के लिए कि आरोप ना आए इसलिए हरियाणा पुलिस और बजरंग दल के गुंडों ने मिलकर भिवानी के लोहारू जंगल में उनकी ही बोलेरो गाड़ी में सीट बेल्ट से बांधकर जिंदा जलाकर हत्या कर दी। यह अत्यंत अमानवीय एवं भयावह घटना है।
आश्रितों को 5 करोड़ मुआवजा दिया जाए
राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा ने मांग की है कि उक्त हत्या की घटना में मोनू मानेसर, रिंकू सैनी, श्रीकांत, अनिल, कालू, किशोर, विकास सहित दर्जन भर बजरंग दल के शामिल कार्यकर्ताओं पर फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर दोषियों को इस जघन्य अपराध के लिए फांसी की सजा दी जाए। नासिर और जुनैद की हत्या में हरियाणा की सीआईए यानि हरियाणा पुलिस शामिल रही है। इसके प्रत्यक्ष सबूत हैं।
हरियाणा सीआईए के पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें तत्काल पुलिस सेवा से बर्खास्त किया जाए। जुनैद और नासिर अपने परिवार मुखिया थें। ऐसी स्थिति में परिवार के भरण-पोषण एवं उनकी आजीविका के लिए मृतक परिवार के आश्रितों को 5 करोड़ का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए। इस तरह की अपराधिक प्रवृत्ति की सोच पैदा करने वाले एवं राष्ट्र की एकता और अखंडता को खंडित करने व सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने वाले बजरंग दल जैसे देश विभाजनकारी संगठनों पर तत्काल पाबंदी लगायीं जाए।
देशभर में धार्मिक आधार पर अल्पसंख्यकों (मुस्लिम, सिख, क्रिश्चियन, लिंगायत और बौद्धों पर हो रहे सांप्रदायिक अन्याय अत्याचार को रोकने के लिए कम्युनल प्रीवेंशन एक्ट तत्काल बनाया जाए। हरियाणा व राजस्थान की इस तरह के जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले गौ रक्षकों के भेष में शातिर अपराधियों को संरक्षण देने वाली सरकारों को तत्काल बर्खास्त किया जाए। जुनैद और नासिर के जघन्य हत्या के मुख्य आरोपियों पर हरियाणा और राजस्थान सरकार के द्वारा त्वरित सख्त विधिक कार्यवाही अगर नहीं किया जाता है तो इस घटना को लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में न्याय के लिए हरियाणा और राजस्थान सरकार पर केस करेंगे। राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा ने मांग की है कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा तत्काल सुनिश्चित करने के लिए प्रभावशाली कानून बनाकर कदम उठाए जाए।