Shardiya Navratri 2024 Day 7 : देशभर में शारदीय नवरात्रि का त्यौहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है। नवरात्रि में भक्त मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए पूजा-अर्चना करते है। नवरात्रि का आज सातवां दिन है, जो कि मां कालरात्रि को समर्पित है। मां कालरात्रि की पूजा रात में करना बेहद ही शुभ माना जाता है। अगर भक्त सच्चे मन से मां कालरात्रि की आराधना करें तो साधक की बिगड़ी किस्मत भी संवर जाती है। साथ ही सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
मां कालरात्रि की कथा (Maa Kalratri Katha)
हिन्दू पौराणिक कथा के अनुसार, जब दैत्य राक्षस शुंभ-निशुंभ और रक्तबीज ने तीनों लोकों में हाहाकार मचा दिया और देवताओं से देवलोक छिनकर अपना स्वामित्व बनाना चाहते थे। इसी चिंता में और अपनी रक्षा के लिए सभी देवी-देवता भगवान शिव के पास गए और उनसे इन्द्रलोक तथा उनकी रक्षा की प्रार्थना करने लगे।
महादेव ने देवताओं की समस्या का निवारण करते हुए माता पार्वती से राक्षसों का वध कर अपने भक्तों की रक्षा करने को कहा। मां पार्वती ने मां दुर्गा का स्वरूप धारण कर शुंभ-निशुंभ का वध का वध कर दिया। माता दुर्गा ने रक्तबीज का संहार किया तो उसके रक्त से अनेकों रक्तबीज प्रकट हो गए जिसका संहार करने के लिए मां दुर्गा ने कालरात्रि का रूप लेकर रक्तबीज का वध किया।
Shardiya Navratri 2024 Day 7- मां कालरात्रि का मंत्र
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता, लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा, वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥
आज करें यह उपाय (Shardiya Navratri Maa kalratri Upay)
शत्रु का होगा नाश (Shardiya Navratri 2024 Day 7)
मां कालरात्रि की पूजा करने से शत्रु का नाश होता है। अगर आपका कोई भी काम कोर्ट कचहरी या अन्य कार्यों में बाधा आ रही है, तो महासप्तमी पर मां कालरात्रि को गुड़ का भोग लगाने से सारी समस्या का हल हो जाता है।
अकाल मृत्यु से मिलती है मुक्ति
मां कालरात्रि की पूजा अर्चना करने से अकाल मृत्यु का भय खत्म होता है। साथ ही मां कालरात्रि को रात रानी पुष्प अतिप्रिय है। अगर पूजा के दौरान मां कालरात्रि को रातरानी का पुष्प अर्पित करें, तो अकाल मृत्यु से मुक्ति मिलती है। धन-धान्य में वृद्धि होती है।
शनि होगा प्रबल
अगर भक्त शनि को प्रबल करना चाहते हैं तो महासप्तमी में के दिन मां कालरात्रि के मंत्रों का जाप करते हुए काली मिर्च, सरसों, द्रव्य और दालचीनी का हवन करने से माता प्रसन्न होती है, और शनि देव की पीड़ा से मुक्ति मिलती है।