RBI Action : बैंक ऑफ बड़ौदा के उपभोक्ताओं के लिए बुरी खबर, आरबीआई के एक्शन से होगा नुकसान
RBI Action: Bad news for Bank of Baroda consumers, RBI action will cause loss

RBI Action : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने मैटीरियल सुपरवाइजरी चिंताओं के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) को अपने ‘BoB World’ मोबाइल ऐप के जरिए नए कस्टमर्स को शामिल करने पर रोक लगा दी है। अब बैंक ऑफ बड़ौदा की तरफ से इस पर स्पष्टीकरण जारी किया गया है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने मंगलवार को एक्सचेंजों को एक अधिसूचना में बताया कि इन कमियों को दूर करने के लिए सुधारात्मक उपाय किए जा रहे हैं।
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बैंक ने दी सफाई – RBI Action
Bank of Baroda ने कहा कि आरबीआई की चिंताओं को दूर करने के लिए पहले ही सुधारात्मक उपाय किए हैं, हमने शेष कमियों को दूर करने के लिए और कदम उठाए हैं। आगे कहा कि RBI की चिंताओं को जल्द से जल्द संतुष्ट करने के लिए आरबीआई के साथ मिलकर काम करेंगे।
हम अपने सभी मौजूदा ग्राहकों को आश्वस्त करते हैं कि उन्हें किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। RBI का आदेश बैंक के अन्य डिजिटल बैंकिंग चैनलों जैसे नेट बैंकिंग, WhatsApp बैंकिंग, डेबिट कार्ड, एटीएम आदि को उसके मौजूदा ग्राहकों की सेवा के लिए प्रभावित नहीं करेगा।

RBI का बयान – RBI Action
RBI की ओर से जारी बयान के अनुसार, “भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट 1949 की धारा 35ए के तहत अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए बैंक ऑफ बड़ौदा को ‘बॉब वर्ल्ड’ मोबाइल ऐप पर और ग्राहकों जोड़ने से की प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश दिया है।
बयान में कहा गया, “बॉब वर्ल्ड ऐप पर बैंक के ग्राहकों को जोड़ने की कोई भी प्रक्रिया बैंक के पाई गई कमियों को दूर करने और संबंधित प्रक्रियाओं को मजबूत करने और आरबीआई की संतुष्टि के बाद ही होगी।’’
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बैंक को उम्मीद है कि आरबीआई की कार्रवाई का उसके समग्र व्यवसाय और विकास योजनाओं पर कोई ठोस प्रभाव नहीं पड़ेगा। मंगलवार को, यह बताया गया था कि बैंक ऑफ बड़ौदा, जो भारतीय स्टेट बैंक के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है, बुनियादी ढांचे और किफायती आवास के वित्तपोषण के लिए बुनियादी ढांचे के बांड जारी करके 10,000 करोड़ रुपये ($1.35 बिलियन) जुटा सकता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के दिशानिर्देशों के अनुसार इन दीर्घकालिक ऋण इंस्ट्रूमेंट्स को नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) और सांविधिक तरलता अनुपात (एसएलआर) से छूट दी गई है। रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार 22 सितंबर तक बैंक की ऋण वृद्धि सालाना आधार पर 20 प्रतिशत रही जबकि जमा वृद्धि 13.2 प्रतिशत रही।

ग्राहकों को न हो परेशानी, आरबीआई ने दिया निर्देश – RBI Action
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने निर्देश किया है कि यह बैंक ऑफ बड़ौदा को सुनिश्चित करना होगा कि ऐप पर पहले से जुड़े ग्राहकों को इस कार्रवाई से कोई समस्या या व्यवधान न हो।