Political Interview : आरक्षण की समीक्षा अत्यंत आवश्यक है: ठाकुर जोगिंदर सिंह भदौरिया
आज मध्यप्रदेश के प्रमुख नेता ठाकुर जोगेंद्र सिंह भदौरिया जी (राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय संपूर्ण क्रांतिकारी पार्टी) का दिल्ली आगमन हुआ तो मेरी उनसे एक विशेष चर्चा हुई। चूंकि वे मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस से अतिरिक्त तीसरी राजनैतिक शक्ति बन कर उभर रहे हैं तो ये चर्चा विशेष रही। भदौरिया जी द्वारा अत्यंत रोचक और महत्वाकांक्षी उत्तर दिए गए जिन्हे आगे समझ सकते हैं कि वे आने वाले चुनावों में अन्य राजनैतिक दलों को बड़ी चुनौती देने जा रहे हैं।
प्रश्न – आपकी राजनीतिक यात्रा कैसे आरंभ हुई?
ठाकुर जोगेंद्र सिंह भदौरिया – राजनीतिक यात्रा स्कूली शिक्षा के साथ प्रारंभ हो गई थी। मैं मेधावी छात्र था, शुरू से स्कूल में मॉनिटर की भूमिका में था। स्कूली शिक्षा के उपरांत उच्च शिक्षा के लिए मैं कानपुर यूनिवर्सिटी में छात्र नेता के रूप में प्रसिद्ध हुआ।
सन 2012 में इटावा विधानसभा से तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा।
सन 2014 में एटा कासगंज लोकसभा से कांग्रेस समर्थित महान दल से चुनाव लड़ा। कांग्रेस के साथ-साथ मुझे लोक दल और किसान यूनियन का भी समर्थन प्राप्त था।
प्रश्न – राजनीति के साथ आपकी सामाजिक गतिविधियों के बारे में बताइए।
ठाकुर जोगेंद्र सिंह भदौरिया जी –मुझे ऐसा लगता है कि मेरा जन्म ही समाज सेवा के लिए हुआ। मैं बचपन से ही समाज सेवा के रूप में कार्य करता रहा। सन 1985 से लेकर 90 तक महाराणा प्रताप क्षत्रिय महासभा का राष्ट्रीय महासचिव रहा।
सन 1993 में सांप्रदायिक सद्भाव कायम करने के लिए मैंने संपूर्ण भारत में एस एन सुब्बाराव जी के साथ में सद्भावना रेल यात्रा की।
मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के अंतर्गत जौरा में पूर्व बागी सम्मेलन करके मध्य प्रदेश में शांति स्थापित करने का एक सफल प्रयास किया।
जौरा में अखिल भारतीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया।
हमारा पूरा परिवार समाज सेवा में समर्पित है। बड़ा बेटा राकेश भदौरिया, विद्या दान फाऊंडेशन के माध्ध्म से हजारों बच्चों को शिक्षित करने का काम करते हैं।
पत्नी श्रीपति उपदेश भदौरिया रोटरी क्लब मालविका, इंदौर की सचिव एवं अध्यक्ष रही है। आप रोटरी क्लब के माध्यम से जन सेवा करने का प्रयास निरंतर करती रहती है। और पिछले तीन वर्षों से मैं अखिल विश्व क्षत्रिय महासभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते सामाजिक कार्य में निरंतर जुड़ा रहता हूं।
प्रश्न – अभी आप भारतीय संपूर्ण क्रांतिकारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
एमपी राजस्थान छत्तीसगढ़ की जनता आपको तीसरी ताकत के रूप में देख रही है। इसे लेकर आपकी वर्तमान की कार्य योजना क्या है?*
ठाकुर जोगेंद्र सिंह भदौरिया जी – हमारी पार्टी मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा का चुनाव अपने सहयोगी एवं समान विचारधारा वाले दलों के साथ चुनाव लड़ने जा रही है।
जैसा कि आप सभी को विदित भी है कि मध्य प्रदेश की जनता महंगाई और भ्रष्टाचार से दुखी और परेशान हो चुकी है। युवा बेरोजगार है, गौ माता सड़कों पर भटक रही है, किसान आत्महत्या कर रहा है, शिक्षा अत्यंत महंगी हो चुकी है।
हमारी पार्टी के सत्ता में आने पर इन सभी समस्याओं से पूर्ण निराकरण हो जाएगा। यह हमारे चुनाव का मुख्य मेनिफेस्टो है।
प्रश्न – जानकारी मिली कि अनेक पूर्व विधायक और पूर्व वरिष्ठ अधिकारी भी आपके साथ जोड़ रहे हैं। क्या वे आपकी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे?
ठाकुर जोगेंद्र सिंह भदौरिया जी –देखिए हम पहले भी कह चुके हैं कि हमारी पार्टी के दरवाजे हमारी विचारधाराओं से जुड़े लोगों के लिए सदैव खुले हैं।
निश्चित ही रूप से सभी वरिष्ठ अनुभवी लोगों का पार्टी के माध्यम से जनता की सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा।
मैंने बचपन के दिनों में काफी संघर्ष किया। मैं छोटी सी उम्र में कृषि को अपना व्यवसाय चुना और खुद अपने हाथों से खेतों को बैलों के माध्यम से जुताई और बुवाई की। मेरी जन्मभूमि जमुना और चंबल के बीच का क्षेत्र, जो कि पर पट्टी के नाम से प्रसिद्ध है, जो कि जंगल का एक बड़ा भाग है।
Political Interview : आरक्षण की समीक्षा अत्यंत आवश्यक है: ठाकुर जोगिंदर सिंह भदौरिया
आज भी भिंड से लेकर के ग्वालियर मुरैना शिवपुरी शिवपुरी का एक बड़ा क्षेत्र जंगल का है
हमारी पार्टी की सत्ता में आने पर इस क्षेत्र एवं मध्यप्रदेश का चौमुखी विकास होगा। हम निर्धन, बेरोजगार, युवाओं एवं मध्यम आय वर्ग, किसान, आदिवासियों और छोटे कारोबारियों एवं दुकानदारों के सशक्तिकरण के लिए कटिबद्ध है ।
आज कल सदन में सांसद इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग करते है मानो जैसे गली मोहल्ले के गुंडे लड़ रहें हो, आज हमारे सदन में ऐसे बहुत से सांसद है जिन्हें पद की गरिमा और मर्यादा का बिल्कुल भी ख्याल नहीं है। सांसद मनोज झा कहते है ठाकुर को मारो तो वही दूसरे सांसद ए मुल्ले ए कठमुल्ले जैसे अनौपचारिक भाषा का प्रयोग करते हैं। आज सदन में केवल अमर्यादित व्यवहार किया जा रहा है।
आज देश को बदलाव की सख़्त ज़रूरत है, देश को सम्पूर्ण क्रांति की आवश्यकता है।