IAS Success Story : पहले IIT, फिर 3 बार मेन्स, फिर तीसरे प्रयास मे आईएएस अफसर बन किया सपना साकार, ये अपनाई रणनीति
IAS Success Story : upsc success story of ias jayant nahata rank biography education qualification

IAS Success Story : पहले IIT, फिर 3 बार मेन्स, फिर तीसरे प्रयास मे आईएएस अफसर बन किया सपना साकार, ये अपनाई रणनीति
IAS Success Story : आज आपको यूपीएससी (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा 2020 में ऑल इंडिया रैंक 56 हासिल करने वाले जयंत नहाता (Jayant Nahata) के बारे में बताएंगे. जयंत दिल्ली के रहने वाले हैं. आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) से बीटेक और एमटेक की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने यूपीएससी में सफलता हासिल कर ली.
जयंत को यह सफलता तीसरे प्रयास में मिली. खास बात यह है कि उन्होंने हर बार प्रीलिम्स में अच्छे नंबर स्कोर किए और अपनी मंजिल हासिल की. आज आपको जयंत नहाता के यूपीएससी के सफर के बारे में बताएंगे.
- ये भी पढ़ें : Tata Nexon: Maruti को लगा बड़ा झटका, Brezza को भी भूले लोग! इतने सस्ते में मिल रही Tata Nexon किे हो रही है बंपर खरीदारी

IAS Success Story : पहले IIT, फिर 3 बार मेन्स, फिर तीसरे प्रयास मे आईएएस अफसर बन किया सपना साकार, ये अपनाई रणनीति
जयंत नहाता जीवन परिचय – IAS Success Story
उनका जन्म कोलकाता में हुआ था, लेकिन जब वह 2 साल के थे तब उनका परिवार दिल्ली में बस गया था. वह यहीं पले बड़े और पल्सेत्टरियन पूर्वाधिकारी की ताजगी से पालित हुए हैं. वह अपनी पढ़ाई में काफी प्रगल्भ रहे हैं, और इस कारण उन्होंने 12वीं के बाद प्रतिष्ठित जेईई मेन्स परीक्षा को सफलता पूर्वक पास किया और आईआईटी में प्रवेश प्राप्त किया.
उन्होंने आईआईटी दिल्ली से बायोकेमिकल इंजीनियरिंग और बायोटेक्नोलॉजी में बीटेक पूरा किया. इसके बाद, उन्होंने आईआईटी दिल्ली से ही इसी क्षेत्र में एमटेक पूरा किया. जयंत एक इंटरव्यू में बताते हैं कि उन्होंने आईआईटी में चौथे साल से ही सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी थी.
- ये भी पढ़ें : Optical Illusion Puzzle : तस्वीर में छिपे पंख को ढूंढ कर दिखाइए, 10 सेकंड में करें इस चैलेंज को पूरा…

IAS Success Story : पहले IIT, फिर 3 बार मेन्स, फिर तीसरे प्रयास मे आईएएस अफसर बन किया सपना साकार, ये अपनाई रणनीति
ऐसा रहा शुरुआती सफर – IAS Success Story
जयंत नहाता कोलकाता के रहने वाले हैं, लेकिन उनका ज्यादातर समय दिल्ली में बीता. वे शुरू से ही पढ़ाई में होशियार रहे और इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने जेईई का एग्जाम क्लियर कर लिया. आईआईटी दिल्ली से बीटेक और एमटेक की डिग्री हासिल की.
इसके बाद उन्हें नौकरी के कई ऑफर मिले, लेकिन उनका मन सिविल सेवा में जाने का था. इसलिए उन्होंने तैयारी शुरू कर दी. जयंत ने तैयारी के लिए एक बेहतर शेड्यूल और स्ट्रेटेजी बनाई, जो कारगर साबित भी हुई.
- ये भी पढ़ें : Hero Electric Plus: दिवाली के बाद भी Hero की इस ई-स्कूटर पर मिल रहा तगड़ा डिस्काउंट, ऑफर्स देख लपक कर खरीद लेंगे

IAS Success Story : पहले IIT, फिर 3 बार मेन्स, फिर तीसरे प्रयास मे आईएएस अफसर बन किया सपना साकार, ये अपनाई रणनीति
गलती से ली सीख – IAS Success Story
उन्होंने अपनी गलतियों से सबक लिया और साल 2019 में दोबारा प्रयास किया, इस बार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने 298वीं रैंक के साथ परीक्षा क्लियर भी कर ली और इंडियन सिविल अकाउंट्स सर्विस में स्थान हासिल किया. हांलाकि वह यहीं नहीं रूके, उनका सपना आईएएस बनने का था, लिहाजा उन्होंने अपना प्रयास जारी रखा और तीसरी बार फिर से परीक्षा दी.
जैसा कि कहा जाता है कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती, तो उन्हें भी उनकी कोशिश और मेहनत का सफल परिणाम मिला और तीसरी बार में उन्होंने 56वीं रैंक हासिल कर अपनी मनपसंद पोस्ट, आईएएस हासिल की. फिलहाल वह ऑफिसर ट्रेनी के रूप में पदस्थ हैं. अपनी सफलता का राज बताते हुए जयंत इंटरव्यूज में बताते हैं कि उन्होंने सफल उम्मीदवारों के विचारों से काफी कुछ सीखा, उनके सुझावों के आधार पर अपनी बुकलिस्ट बनाई.
इसके अलावा उन्होंने लगातार रिवीजन, नोट्स बनाना और ढे़र सारे टेस्ट सीरीज सॉल्व करना जारी रखा, जिसने उनकी तैयारी में खूब मदद की. उनका मानना है कि इंटरव्यू एक अहम पड़ाव होता है जोकि रैंक सुधारने में मदद करता है.
- ये भी पढ़ें : Hindi Jokes : टीचर- कल मैंनें तुझे कुत्ते पर निबंध लिखने को कहा था, तू लिख कर क्यों नहीं लाया?

IAS Success Story : पहले IIT, फिर 3 बार मेन्स, फिर तीसरे प्रयास मे आईएएस अफसर बन किया सपना साकार, ये अपनाई रणनीति
प्रीलिम्स के लिए इस तरह बनाई रणनीति – IAS Success Story
जयंत के मुताबिक आपको यूपीएससी के प्रीलिम्स एग्जाम की तैयारी के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए. अगर आप इसमें सफल हो जाएंगे, तो आपको भविष्य में निराशाजनक स्थिति से नहीं गुजरना पड़ेगा. वे कहते हैं कि सबसे पहले सभी उम्मीदवार अपना बेस मजबूत करें.