Betul Samachar: बैतूल। जिले में 28 अगस्त को आयोजित अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग को लेकर शिक्षक संघों में भारी आक्रोश है। शिक्षक संघों ने काउंसलिंग प्रक्रिया में गंभीर विसंगतियों का आरोप लगाते हुए कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। संघों ने आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय, भोपाल को भी अभ्यावेदन भेजकर काउंसलिंग प्रक्रिया को तुरंत निरस्त करने की मांग की है।
27 अगस्त की रात से ही शिक्षकों में हड़कंप मच गया, जब आधी रात को उन्हें काउंसलिंग में शामिल होने के निर्देश मिले। कई शिक्षकों की सेहत पर इसका बुरा असर पड़ा, जिसमें बीपी और शुगर जैसी समस्याएं शामिल हैं। शिक्षकों का आरोप है कि उन्हें काउंसलिंग से पहले आपत्ति दर्ज कराने का मौका नहीं दिया गया और प्रक्रिया बेहद जल्दबाजी में पूरी की जा रही है।
शिक्षक संघों ने लगभग एक दर्जन विसंगतियों को उजागर किया है, जिनमें सेवानिवृत्त और आकस्मिक निधन वाले शिक्षकों का आज भी कार्यरत दिखाया जाना, उच्च प्रभार पदनाम प्रक्रिया से जुड़े शिक्षकों की गलत गणना, और पोर्टल अपडेट ना होने के कारण गलत शिक्षकों को अतिशेष घोषित किया जाना प्रमुख है।
Betul Samachar: शिक्षकों को आधी रात को मिले काउंसलिंग में शामिल होने के निर्देश
शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश महामंत्री नारायण सिंह नगदे ने बताया कि शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण किए बिना की जा रही यह काउंसलिंग नियमों के विपरीत है। संघ ने मांग की है कि पोर्टल को अपडेट कर शिक्षकों को आपत्ति दर्ज कराने का समय दिया जाए और फिर से काउंसलिंग प्रक्रिया आयोजित की जाए।
संघ के अनुसार, यदि शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाने से भी नहीं हिचकिचाएंगे। इसी प्रकार की विसंगतियों से ट्राइबल विभाग के शिक्षकों को भी जूझना पड़ रहा है, जिसके लिए शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने विभाग से समय रहते उचित कदम उठाने का अनुरोध किया है। अब सभी की नजरें आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल के निर्णय पर टिकी हैं, जिससे यह तय होगा कि शिक्षकों को न्याय मिलेगा या फिर उन्हें कोर्ट का सहारा लेना पड़ेगा।