Betul Samachar: बैतूल जिले के बोरदेही थाना इलाके में वन्य प्राणियों के आने से लोगों में दहशत का माहौल है। इस क्षेत्र में हिंसक जानवर के पैरों के निशान मिले हैं। साथ ही उस हिंसक जानवर ने एक बकरे का भी शिकार किया है, जिसके बाद ग्रामीणों ने इसे गंभीरता से लेते हुए उस वन्य जीव के फुट प्रिंट वन विभाग को एक भेज दिए हैं। वन विभाग को इसकी जानकारी मिलते ही एक विभाग के टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग अभी तक पता नहीं लगा पाया है कि यह कौन सा जीव है।
Betul Samachar – वन विभाग के DFO ने बताया
दक्षिण वन विभाग के DFO विजयनानत्म ने बताया कि इस इलाके में वन्य प्राणी के मूवमेंट की सूचना मिली है। हमें अभी तक यह क्लियर नहीं हो पाया है कि वह जानवर कौन सा है। लेकिन यह संभावना है कि यह जीव सियार हो सकता है, क्योंकि इस क्षेत्र में शुगर मिल होने से इसकी स्मेल से सियार भी आ सकता है। इसकी जांच शुरु कर दी है।
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Betul Samachar – रेंजर आरएस उईके ने बताया
रेंजर आरएस उईके ने बताया कि यह जीव तेंदुआ हो सकता है, क्योंकि ग्रामीणों के द्वारा दी गई जानकारी में उन्होंने बताया था कि एक बकरे का शिकार हुआ था और उसकी तस्वीर भी भेजी थी। उसी को देखकर अंदाजा लगाया कि यह जीव तेंदुआ हो सकता है। ग्रामीणों को मौके के फुट प्रिंट नहीं मिल पाए हैं। बोरदेही पास वाले गावों में चोपना, घटावड़ी, इटावा इन इलाकों में हिंसक जानवर की दहशत है। इन्हीं इलाकों में इस जीव के मूवमेंट बताए जा रहे है। हालांकि इसकी सूचना वन विभाग को मिलते ही कल रविवार को आमला रेंज के डिप्टी रेंजर ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा बनाया है।
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Betul Samachar- पूर्व सरपंच का कहना है कि
इटावा के पूर्व सरपंच रामू बिसंद्रे ने बताया कि कल वन्य जीव के बारे में पता होते ही मौके पर ग्राम पटवारी, पुलिस और वन विभाग के अधिकारी गए थे। लेकिन वहां जानवर के पैरों के निशान देखने को नहीं मिले। उस जीव ने जिस तरह से शिकार किया था उसे देखकर लग रहा था। शिकार कोई छोटे जीव ने नहीं बल्कि कोई बड़ा जानवर ने किया हो, क्योंकि छोटा प्राणी इतना मांस एक साथ नहीं खा सकता।
यह पूरी घटना किसान सचिन रघुवंशी के खेत में हुई। वह खेत में ही रहते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें रात को बकरे के शिकार होने पर आवाज भी सुनाई आई थी। वही हिंसक जानवर ने बकरे को गन्ना बाड़ी की तरफ ले गया था।