Betul News: बैतूल। गुरुवार शाम घोड़ाडोंगरी में कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी के अचानक पहुंचने से पूरे नगर में हलचल मच गई। उनके साथ शाहपुर के एसडीएम डॉ. अभिजीत सिंह, नायब तहसीलदार पीएस दीवान, आरआई और पटवारी भी मौजूद थे। कलेक्टर का नगर में अमरजीत कौर के घर पहुंचना और राजस्व विभाग की पूरी टीम की उपस्थिति ने स्थानीय लोगों में यह चर्चा शुरू कर दी कि यह दौरा अवैध कॉलोनी से जुड़े विवाद का हिस्सा हो सकता है।
बताया जा रहा है कि घोड़ाडोंगरी के वीडियो चौक के पास रेलवे की जमीन से सटे इलाके में आबादी भूमि पर प्लाट विक्रय किए गए हैं। इस कॉलोनी में न केवल प्लॉट बेचे गए, बल्कि रेलवे की जमीन पर कब्जा देकर लोगो के मकान भी बनवा दिए गए हैं। इस मामले में हाल ही में रेलवे ने कार्रवाई करते हुए दो मकान मालिकों को उनके मकान तोड़ने का नोटिस भी जारी किया है। इस घटना के बाद से ही इस अवैध कॉलोनी का मुद्दा तूल पकड़ने लगा है।
- यह भी पढ़ें : PM Kisan 18th Installment : किसानों के लिए खुशखबरी, इस तारीख को खाते में आएगी 18वीं किस्त
Betul News – तहसीलदार और कलेक्टर से शिकायत
कॉलोनी में प्लॉट खरीदने वाले कई लोगों ने शिकायत की है कि उन्हें वहां बुनियादी सुविधाएं जैसे सड़क, नाली, और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। इसके चलते उन्होंने तहसीलदार और कलेक्टर से इस मामले की जांच करने की अपील की थी। इस विवादित मामले की जांच अभी भी जारी है, और कलेक्टर का इस इलाके में दौरा इसी जांच से जोड़कर देखा जा रहा है।
- यह भी पढ़ें : Navratri 2024: बैतूल में नवरात्र अष्टमी पर भजन संध्या का आयोजन, नागपुर के गायक और गायिका देंगे शानदार प्रस्तुति
Betul News – अमरजीत कौर के घर दौरा, पारिवारिक संबंध या अवैध कॉलोनी का मामला?
हालांकि, इस दौरे को लेकर नायब तहसीलदार पीएस दीवान ने स्पष्ट किया है कि कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी और अमरजीत कौर के बीच पारिवारिक संबंध हैं, और कलेक्टर का दौरा उसी संबंध में था। लेकिन स्थानीय जनता इस दौरे को अवैध कॉलोनी से जोड़कर देख रही है।
रेलवे द्वारा दो मकानों को तोड़ने का नोटिस दिया गया है। इसके बाद से ही यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। प्लॉट खरीदने वाले लोग अब इस कॉलोनी में बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं, और कलेक्टर से उचित कार्रवाई की अपेक्षा कर रहे हैं। कलेक्टर के इस दौरे ने घोड़ाडोंगरी में अवैध कॉलोनी विवाद को और गरमा दिया है, और यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में इस पर प्रशासन क्या कदम उठाता है।