Betul Ki Khabar : मुलताई में लगभग 24 करोड़ 32 लाख रुपए की लागत से रेलवे के ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाना है। रेलवे ने टेंडर कर दिए हैं और स्टेट से इसकी ड्राइंग भी स्वीकृत हो गई है, लेकिन केंद्र से ड्राइंग की स्वीकृति मिलना बाकी है। यहां से स्वीकृति मिलते ही इसका काम शुरू हो जाएगा। विधायक चंद्रशेखर देशमुख इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं, जल्द ही इसमें सफलता मिलेगी।
पूर्व जिला पंचायत सदस्या भाजपा नेता हरिराम नागले ने बताया कि मुलताई-बोरदेही मार्ग पर पड़ने वाले रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज बनाने की मांग पिछले 20 सालों से मुलताई के लोग कर रहे हैं। 20 सालों से लगातार इसको लेकर केवल आश्वासन मिल रहा था।
Betul Ki Khabar : मुलताई में बनेगा रेलवे ओवर ब्रिज, स्टेट ने दे दी सहमति
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इसलिए लग रहा समय
दरअसल रेलवे द्वारा तीसरी लाइन का काम किया जा रहा है और ड्राइंग डिजाइन भी चौथी लाइन की तरह ही बनी है, लेकिन बताया जा रहा है इसे भविष्य को देखते हुए स्वीकृत किया जाएगा। जिससे कि भविष्य में इसे तोड़ना या बढ़ाना ना पड़े। इसलिए इसमें समय लग रहा है।
उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द से जल्द केंद्र से इसका अप्रूवल मिल जाएगा और काम चालू हो जाएगा। पिछले साल 7 जुलाई को इसका टेंडर हो चुका है और बजट भी आवंटन हो चुका है।
लोगों को मिल जाएगा परेशानी से छुटकारा
बोरदेही क्षेत्र में लगभग 25 गांवों के लोग मुलताई आते हैं और मुलताई से लोग सरकारी कॉलेज सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जाते हैं, लेकिन रेलवे फाटक ज्यादातर बंद रहता है। सालों से यहां ब्रिज बनाने की मांग की जा रही थी। ओवरब्रिज बनने से लोगों को इस बड़ी समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग अभी तक नहीं हुई पूरी
मुलताई को पवित्र नगरी का दर्जा दिया है और मां ताप्ती का उद्गम स्थल है। उसके बाद भी ट्रेनों के स्टॉपेज के मामले में यह जिले में सबसे फिसड्डी है। मुलताई से अधिक ट्रेन आमला और घोड़ाडोंगरी में रुकती है। बैतूल जिला मुख्यालय में होने से और अधिक ट्रेनों का स्टॉपेज है। स्टापेज की मांग को लेकर जन आंदोलन मंच ने कई बार आंदोलन भी किया है।
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