Betul Ki Khabar: बैतूल। घोघरी जलाशय (मध्यम प्रकल्प) की सिंचाई सुविधा का लाभ छाता ग्राम के किसानों को नहीं मिल पा रहा है। पूर्व कलेक्टर प्रदीप कालभोर ने इस गंभीर मुद्दे पर कलेक्टर को आवेदन देकर तुरंत कार्यवाही की मांग की है।
सिंचाई विभाग द्वारा बैतूल तहसील में बनाए गए घोघरी जलाशय की योजना में गंभीर लापरवाही सामने आई है। ग्राम छाता (प.ह.नं. 62) के खेतिहरों को इस प्रकल्प की सिंचाई सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। योजना में ग्राम छाता के खेतों को शामिल नहीं किया गया है।
Betul Ki Khabar: जलाशय की योजना में लापरवाही से किसानों को नहीं मिल रहा लाभ
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प्रदीप कालभोर ने उदाहरण देकर बताया कि कृषक प्रदीप भभूतराम पंवार के खसरा नम्बर 373, 64/1, 66/4, 66/5, और 67 (कुल क्षेत्रफल 4050 हेक्टेयर्स) जैसे कई किसानों के खेत जलाशय के संरेखन के बाहर रह गए हैं। इस गलती के कारण किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है।
कालभोर ने कलेक्टर से तुरंत कार्यवाही करने का आग्रह किया है और कहा है कि ग्राम छाता के खेतों को सिंचाई सुविधा के लाभ क्षेत्र में शामिल करने के लिए आदेश दिए जाएं। यदि शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई, तो गरीब किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। इस मामले की प्रतिलिपि अधीक्षण अभियंता और कार्यकारी अभियंता, सिंचाई विभाग को भी भेजी गई है ताकि उचित कार्यवाही हो सके।